UP Weather Forecast: पूर्वांचल और अवध के जिलों में मानसून ने अपने अंतिम चरण में प्रचंड बारिश लाई है. जिसके कारण व्यापक स्तर पर नुकसान और दुःखद घटनाएँ हुई हैं. तीन दिनों तक लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई है. जिनमें वज्रपात (lightning strike) और ढहती दीवारें शामिल हैं.
फसलों और नदियों पर मानसून का असर
तेज हवाओं और बारिश ने गन्ने, धान और सब्जियों की फसलों को काफी हानि पहुंचाई है. राप्ती, घाघरा और सरयू जैसी नदियां उफान पर हैं. जिससे बाढ़ के हालात (flood conditions) बन रहे हैं. गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है और बलरामपुर में राप्ती नदी तेजी से बढ़ रही है.
अयोध्या और आसपास के इलाकों में वर्षा की भारी क्षति
अयोध्या में पिछले 36 घंटों में दो सौ मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई है. जिसने फसलों को भारी क्षति पहुंचाई है. अंबेडकरनगर में कच्ची दीवार गिरने से एक वृद्ध की मौत हो गई और अन्य हादसों में छप्पर के नीचे दबने से दो लोगों की मौत हुई और छह लोग घायल हो गए. सुलतानपुर में एक बच्चे की मौत और एक महिला की चोट की खबरें हैं.
आने वाले दिनों मे मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार आगामी दिनों में प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज समेत कई जिलों में भारी बरसात की संभावना है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज बरसात के साथ वज्रपात के आसार बताए गए हैं.