Ration Card: वर्तमान समय में जिले के अन्न वितरण प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और गरीबों के निवाले पर अनाधिकृत डाका न डाला जा सके. इसलिए ई-केवाईसी (e-KYC) की प्रक्रिया कराई जा रही है. ई-पास मशीनों की खराबी और कार्डधारकों की उदासीनता ने इस प्रक्रिया को कुछ धीमा जरूर कर दिया है. लेकिन जिला प्रशासन ने इसे 30 सितंबर तक पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की है.
जिले की राशन वितरण प्रणाली
जिले में 3,53,448 पात्र गृहस्थी व अंत्योदय (eligible households and Antyodaya) कार्डधारक हैं. जिन्हें प्रति माह विशेष राशन की दुकानों से वितरित किया जाता है. पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल दिया जाता है. जबकि अंत्योदय कार्डधारकों को 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं प्रति कार्ड दिया जाता है. इस प्रणाली के अंतर्गत प्रत्येक माह जिले में 874 कोटे की दुकानों से 16,33,212 यूनिट राशन का वितरण किया जाता है.
ई-पास मशीन की भूमिका
ई-पास मशीन के माध्यम से कार्डधारक का अंगूठा लगाने के बाद राशन वितरण होता है. मशीन में अंगूठा लगाने के बाद और यूनिट के अनुसार रखने के बाद पर्ची निकलती है. जिसके बाद ही राशन वितरित किया जाता है. इस प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाने के लिए वर्तमान में ई-केवाईसी कराई जा रही है. अब तक लगभग 51.62% यूनिट की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है.
ई-केवाईसी की अंतिम तिथि नजदीक
जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेंदु ने जानकारी दी कि जिन कार्डधारकों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है. उन्हें 30 सितंबर तक का समय दिया गया है. अधिकारी ने सभी कार्डधारकों से निर्धारित तिथि के अंदर ई-केवाईसी करा लेने की अपील की है. ताकि किसी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके और उनका नाम कटने से बच सके.