Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को इतिहास में एक गहन विचारक और रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है. उन्होंने अपने जीवनकाल में कई नीतियां रचीं जो आज भी व्यक्तिगत और प्रशासनिक जीवन में उपयोगी सिद्ध होती हैं. उनकी नीतियों का पालन करने से व्यक्ति को खुशहाल और सफल जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त होता है.
स्वस्थ और सक्रिय जीवन के लिए चाणक्य की सलाह
आचार्य चाणक्य के अनुसार स्वस्थ रहने के लिए दैनिक जीवन में योग और व्यायाम (yoga and exercise) का अभ्यास आवश्यक है. सुबह जल्दी उठना और कुछ समय शारीरिक क्रियाओं के लिए समर्पित करना न केवल तन बल्कि मन को भी स्वस्थ रखता है. जिससे दैनिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलती है.
प्रातःकाल की रितुओं में चाणक्य की रीति
चाणक्य का कहना है कि सुबह उठने के बाद सूर्य भगवान को जल अर्पित करना चाहिए (offer water to Sun God). इससे न केवल व्यक्तिगत पवित्रता बनी रहती है. बल्कि दिन की शुरुआत में धार्मिक और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी होता है. इस क्रिया से जीवन में तरक्की के नए द्वार खुलते हैं.
सुबह की आदतें और उनके लाभ
चाणक्य नीति के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठना अत्यंत लाभकारी (extremely beneficial) माना जाता है. इस समय उठने से न केवल शारीरिक लाभ होते हैं. बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन भी बना रहता है. इस समय उठकर दिन की शुरुआत ईश्वर की आराधना से करने पर जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है.
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई हैं। Dharataltv.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)