Ration Card E KYC: जिले में खाद्यान्न वितरण की पारदर्शिता को बढ़ाने के उद्देश्य से ई-केवाईसी प्रक्रिया को अनिवार्य किया गया है. इस प्रक्रिया के तहत सभी राशन कार्ड धारकों को अपने और अपने परिवार के सदस्यों की बायोमेट्रिक जानकारी अपडेट करनी होती है. इस प्रक्रिया के महत्व और इसकी चुनौतियों को जानते हैं.
ई-केवाईसी प्रक्रिया के लाभ
ई-केवाईसी प्रक्रिया का मुख्य लाभ यह है कि यह खाद्यान्न वितरण प्रणाली में धोखाधड़ी को रोकने में मदद करती है. इससे सुनिश्चित होता है कि सब्सिडी युक्त खाद्यान्न केवल पात्र व्यक्तियों तक ही पहुंचे. इसके अलावा ई-केवाईसी की मदद से राशन कार्ड में दर्ज जानकारी को सत्यापित करना और भी सरल हो जाता है.
ई-केवाईसी में सामने आ रही चुनौतियां
ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान कई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं. मुख्य रूप से सर्वर के डाउन होने की समस्या पारिवारिक सदस्यों का अनुपस्थित रहना और बायोमेट्रिक सत्यापन में विफलता जैसी समस्याएं शामिल हैं. इन समस्याओं के कारण बहुत से लोग ई-केवाईसी पूरा नहीं कर पाए हैं जिससे खाद्यान्न वितरण में देरी हो रही है.
आगे की कार्रवाई और समय सीमा
खाद्य आयुक्त ने निर्देश दिया है कि सितंबर माह तक सभी राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी पूरी की जानी चाहिए. इसके लिए अधिकारियों को विशेष प्रयास करने होंगे और यदि आवश्यक हो तो अतिरिक्त संसाधनों का उपयोग करना पड़ सकता है. जो लाभार्थी ई-केवाईसी में विफल रहेंगे उनके नामों को राशन कार्ड सूची से हटा दिया जाएगा जिससे यह अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि सभी पात्र व्यक्ति इस प्रक्रिया को समय पर पूरा करें.