Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश के विकास की नई दिशा में गंगा एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण कदम है. यह एक्सप्रेसवे न केवल परिवहन की सुविधा को बढ़ाएगा. बल्कि आर्थिक विकास के नए अवसर भी प्रदान करेगा. मेरठ से प्रयागराज तक के पहले चरण के बाद अब इसके विस्तार के लिए प्रयागराज से बलिया तक का सर्वेक्षण (Survey for Extension) शुरू कर दिया गया है. यह विस्तार यूपी के पूर्वी भाग को और अधिक सशक्त बनाएगा.
मंत्री की घोषणा और परियोजना की महत्वाकांक्षा
नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ने इस परियोजना के दूसरे चरण की घोषणा करते हुए उत्साह व्यक्त किया. उनके अनुसार गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार प्रयागराज से वाराणसी, गाजीपुर होते हुए बलिया तक किया जाना है. जिससे क्षेत्रीय संपर्क (Regional Connectivity) मजबूत होगा और यातायात की सुगमता बढ़ेगी. यह परियोजना क्षेत्रीय आर्थिकता को नई ऊर्जा प्रदान करेगी और कई नई संभावनाओं को जन्म देगी.
निरीक्षण और प्रगति की समीक्षा
10 अगस्त को मंत्री नंद गोपाल नंदी ने प्रयागराज में फेज-वन के कार्यों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने परियोजना की प्रगति पर नाराजगी जताई क्योंकि काम की गति अपेक्षाकृत धीमी थी. मंत्री ने गुणवत्तापूर्ण कार्य (Quality of Work) को समय से पूरा करने के लिए मैनपावर बढ़ाने के निर्देश दिए. यह निरीक्षण और समीक्षा परियोजना की सफलता के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं.
औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन
इस एक्सप्रेसवे के किनारे लगभग दो हजार औद्योगिक यूनिट्स स्थापित किए जाने की योजना है. जिससे क्षेत्रीय औद्योगिक विकास (Industrial Growth) में बढ़ोतरी होगी. यूपी सरकार का लक्ष्य अगले 10 साल में 20 लाख नौकरियां सृजित करना है. इससे प्रदेश के आर्थिक ढांचे में मजबूती आएगी और नए रोजगारों का सृजन होगा.