ऐसी प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना नही है खतरे से खाली, जाने इसकी असली वजह

By Uggersain Sharma

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Plastic Water Bottle (1)

Plastic Water Bottle: पानी हमारे जीवन का आधार है और इसकी पर्याप्त मात्रा में सेवन से हमारी सेहत बेहतर बनी रहती है. हमारे दैनिक जीवन में पानी की बोतल हमारा एक महत्वपूर्ण साथी है. जिसे हम कहीं भी ले जाते हैं. हालांकि हाल के शोध से यह जानकारी मिली है कि प्लास्टिक की बोतलों (plastic bottles) से पीना हमारे लिए हानिकारक हो सकता है.

प्लास्टिक बोतलों के खतरे

प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीने का प्रचलन आम है. लेकिन इससे हमारे शरीर में माइक्रोप्लास्टिक (microplastics) के कण पहुंचते हैं, जो न केवल हमारे पाचन तंत्र में बल्कि रक्त संचार प्रणाली में भी पहुंचकर हानि पहुंचा सकते हैं. यहां तक कि ये कण गर्भवती महिलाओं में प्लेसेंटा के माध्यम से अजन्मे शिशु तक पहुंचने की क्षमता रखते हैं.

स्वास्थ्य पर माइक्रोप्लास्टिक के प्रभाव

माइक्रोप्लास्टिक के छोटे कण हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में पहुंचकर विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं. इनका आकार इतना छोटा होता है कि ये आसानी से हमारे रक्त में मिलकर प्रणालीगत प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं. इसके कारण प्रोटीन और पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. जैसे कि आंतों में सूजन, ऊर्जा के उपयोग में कमी और मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी.

प्लास्टिक के विकल्प

जागरूकता बढ़ने के साथ ही लोग अब प्लास्टिक की बोतलों के स्थान पर अन्य विकल्पों का चयन कर रहे हैं. स्टेनलेस स्टील (stainless steel), तांबा (copper) और कांच (glass) जैसे मटेरियल से बनी बोतलें पर्यावरण के लिए अनुकूल होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित होती हैं. इन बोतलों का इस्तेमाल करने से प्लास्टिक की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं और ये दीर्घकालिक दृष्टिकोण से अधिक टिकाऊ भी होते हैं.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.