Ration Card Update: प्रधानमंत्री गरीब अन्नमूलन योजना जो कि देश के गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए एक वरदान साबित हुई है. अब कुछ बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है. उत्तर प्रदेश से ही नहीं बल्कि पूरे देश से लगभग 90 लाख अपात्र लाभार्थियों की पहचान की गई है. यह जांच एजेंसी की एक बड़ी खोज है, जो संकेत देती है कि कैसे कई लोग बिना पात्रता के इस योजना का लाभ उठा रहे हैं.
ईकेवाईसी न होने के कारण बढ़ी समस्या
ईकेवाईसी की अनिवार्यता जोड़ी गई थी ताकि योजना का लाभ सही और पात्र लोगों तक पहुंचे. हालांकि उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में लाखों राशन कार्ड धारकों ने अभी तक अपनी ईकेवाईसी पूरी नहीं की है. इसके चलते उन्हें राशन कार्ड की सुविधा से वंचित किया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड धारकों की स्थिति
गाजियाबाद जनपद में अकेले 8,500 अंत्योदय राशन कार्ड और 4,54,768 सामान्य राशन कार्ड धारक हैं. ये सभी राशन कार्ड धारक फ्री राशन की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. यह स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों में भी देखी जा सकती है.
ईकेवाईसी की अनिवार्यता और इसके फायदे
शासन द्वारा दी गई ईकेवाईसी की अनिवार्यता यह सुनिश्चित करने के लिए है कि फ्री राशन का लाभ केवल पात्र लोगों तक ही पहुंचे. इसके लिए सभी राशन कार्ड धारकों को ईकेवाईसी पूरी कराने का निर्देश दिया गया था. हालांकि अब तक केवल 51 प्रतिशत लाभार्थियों ने ही अपनी ईकेवाईसी पूरी की है.
देशभर में फ्री राशन योजना का लाभ
भारत सरकार द्वारा संचालित इस योजना का लाभ देश के लगभग 80 करोड़ लोग ले रहे हैं. यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है. जिन्हें खाद्य सुरक्षा की आवश्यकता है. इस योजना के माध्यम से उन्हें निर्बाध रूप से फ्री राशन मिलता रहे. इसके लिए ईकेवाईसी जैसे कदम उठाए गए हैं.