दुनिया में जहां एक तरफ कुछ देश अत्यधिक संपन्न और संसाधनों से भरपूर हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ देश ऐसे भी हैं जो गहरी आर्थिक तंगी और बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो आर्थिक रूप से अत्यधिक पिछड़े हुए हैं और इनमें से कुछ की स्थिति इतनी गंभीर है कि उनकी प्रति व्यक्ति आय बेहद कम है।
दुनिया का सबसे गरीब देश
साउथ सूडान (South Sudan)
IMF के आंकड़ों के मुताबिक साउथ सूडान दुनिया का सबसे गरीब देश माना जाता है। यहाँ की प्रति व्यक्ति आय महज 455 डॉलर है। इस स्थिति ने साउथ सूडान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे गरीब देशों की सूची में शीर्ष पर रखा है। इस देश की आर्थिक अस्थिरता और लगातार चल रहे संघर्ष ने इसके विकास में बाधा डाली है।
बुरुंडी (Burundi)
बुरुंडी जिसे दुनिया का दूसरा सबसे गरीब देश माना जाता है। बुरुंडी की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 915.88 डॉलर है, जो लगभग 76,808 रुपये के बराबर है। इस देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। लेकिन यहां भीषण गरीबी और राजनीतिक अस्थिरता के कारण विकास की गति धीमी रही है।
सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (Central African Republic)
सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक भी गरीब देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। जहां प्रति व्यक्ति आय 1012 डॉलर है। इस देश में लंबे समय से चल रहे संघर्ष और कमजोर प्रशासनिक ढांचे के कारण आर्थिक विकास बाधित हुआ है।
कांगो (Congo)
कांगो जिसे अफ्रीका के प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर देशों में से एक माना जाता है। कांगो की प्रति व्यक्ति आय 1055 डॉलर है। हालांकि प्राकृतिक संपदा के बावजूद यहां की जनता गरीबी और बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रही है। कांगो की स्थिति यह दर्शाती है कि केवल संसाधनों का होना ही पर्याप्त नहीं है। उनके सही उपयोग और विकास की दिशा में काम करने की आवश्यकता होती है।
मोज़ाम्बिक (Mozambique)
मोज़ाम्बिक जो कि इस सूची में पांचवें स्थान पर है, की प्रति व्यक्ति आय 1065 डॉलर है। इस देश ने पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक विकास के प्रयास किए हैं। लेकिन फिर भी यहां की बड़ी जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती है। प्राकृतिक आपदाओं और स्वास्थ्य संकटों ने इस देश की आर्थिक स्थिति को और भी कमजोर बना दिया है।