PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जिसे 2019 में भारत सरकार द्वारा किसानों के आर्थिक सहारे के रूप में शुरू किया गया था. आज लाखों किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है. जिसे चार-चार महीनों के अंतराल पर 2,000 रुपये की किस्तों में प्रदान किया जाता है.
योजना का महत्व (Importance of the Scheme)
भारत एक कृषि प्रधान देश है और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना देश की समृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर सकें.
17वीं किस्त का वितरण (Distribution of the 17th Installment)
अब तक इस योजना की 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं. जिनमें से अंतिम किस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जुलाई 2024 में जारी की गई थी. यह किस्त देशभर के करोड़ों किसानों के बैंक खातों में सीधे जमा की गई. जिससे उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद मिली.
18वीं किस्त का इंतजार (Waiting for the 18th Installment)
अब किसानों को योजना की 18वीं किस्त का इंतजार है, जो कि अक्टूबर 2024 में जारी होने की संभावना है. सामान्यतः यह किस्त हर चार महीनों के अंतराल पर दी जाती है और अक्टूबर में यह अगली किस्त किसानों के खातों में जमा की जा सकती है.
किस्त जारी होने की प्रक्रिया (Process of Installment Release)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किस्त जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल है. किसानों के आधार कार्ड से लिंक्ड बैंक खातों में यह राशि सीधे जमा की जाती है. इससे न केवल पारदर्शिता बनी रहती है. बल्कि किसानों को बिना किसी बिचौलिये के अपनी राशि मिल जाती है.
योजना की लाभार्थिता (Beneficiaries of the Scheme)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने वाले किसानों की संख्या करोड़ों में है. यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए लाभकारी है, जो सीमांत और छोटे किसान हैं और जिनकी आय के साधन सीमित हैं. इस योजना ने उन्हें एक स्थिर आय का स्रोत प्रदान किया है.
अक्टूबर में संभावित किस्त (Potential Installment in October)
अक्टूबर का महीना किसानों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है. क्योंकि इस दौरान उन्हें योजना की 18वीं किस्त मिलने की उम्मीद है. यह किस्त उनकी कृषि गतिविधियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है. खासकर जब वे रबी फसल की तैयारी कर रहे होंगे.