Indian Railway: भारतीय रेलवे की यात्रा का अनुभव तब और भी सुखद हो जाता है जब आप एसी कोच में सफर करते हैं। यहां पर यात्रियों को एक पूरी बेड रोल किट प्रदान की जाती है जिसमें चादर, तकिया, तौलिया और कंबल शामिल होते हैं। इस किट का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सफर के दौरान आरामदायक अनुभव प्रदान करना है।
सफेद चादर और तौलिये का चयन क्यों?
आपने अक्सर देखा होगा कि रेलवे द्वारा प्रदान किया गया बेड रोल हमेशा सफेद होता है। इसका कारण है सफाई और स्वच्छता को बनाए रखना। सफेद रंग से यह सुनिश्चित होता है कि बेडशीट, तौलिया या तकिया कवर कितना साफ है, यह आसानी से जांचा जा सकता है।
सफेद रंग के पीछे का वैज्ञानिक लॉजिक
सफेद रंग की चादरों और तौलियों का इस्तेमाल इसलिए भी किया जाता है क्योंकि इन्हें उच्च तापमान पर आसानी से सेनिटाइज किया जा सकता है। सफेद रंग हाई टेम्परेचर और कठोर डिटर्जेंट्स के प्रति अधिक प्रतिरोधी होता है, जो इन्हें बार-बार धोने और स्टेरिलाइज करने के लिए उपयुक्त बनाता है।
रंगीन चादरों के मुकाबले सफेद चादरों के फायदे
रंगीन चादरें और तौलिये धोते समय अक्सर रंग छोड़ सकते हैं, जो दूसरे कपड़ों पर असर डाल सकते हैं। सफेद रंग में ऐसी कोई समस्या नहीं होती। इसके अलावा सफेद चादरों को ब्लीच करना आसान होता है, जो उन्हें कीटाणुमुक्त और साफ बनाता है।
बेड रोल की सफाई प्रक्रिया
रेलवे बेड रोल्स की सफाई के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग करती है। जहाँ उच्च तापमान पर भाप का उपयोग करके सफाई की जाती है। इस प्रक्रिया में सफेद चादरें और तौलिये 30 मिनट तक उच्च तापमान पर धोए जाते हैं जो उन्हें दाग-धब्बे मुक्त और साफ बनाता है।
यात्रियों के लिए सफेद चादर का महत्व
सफेद चादर और तौलिया न केवल स्वच्छता प्रदान करते हैं बल्कि यात्रियों को यह विश्वास भी दिलाते हैं कि वे एक स्वच्छ और कीटाणुरहित वातावरण में यात्रा कर रहे हैं। इससे उनकी यात्रा न केवल आरामदायक होती है बल्कि सुरक्षित भी होती है।