home page

7 साल बाद टेक्नोलॉजी की मदद से बढ़ जायेगी इंसानों की उम्र, गूगल में काम करने वाले इंजीनियर ने किया चौंका देने वाला दावा

पिछले कुछ वर्षों में, तकनीक और अधिक एडवांस हो गई है, और एआई-आधारित चैटबॉट्स पहले से ही मनुष्यों के लिए एक बड़ी मदद साबित हुए हैं। अब हम मशीनों के साथ इस तरह से संवाद कर सकते हैं जो मानव से बात करने की तुलना में अधिक रोचक और आकर्षक है।
 | 
tech-news-ex-google-engineer-claims-immortality-is-attainable-by-2

पिछले कुछ वर्षों में, तकनीक और अधिक एडवांस हो गई है, और एआई-आधारित चैटबॉट्स पहले से ही मनुष्यों के लिए एक बड़ी मदद साबित हुए हैं। अब हम मशीनों के साथ इस तरह से संवाद कर सकते हैं जो मानव से बात करने की तुलना में अधिक रोचक और आकर्षक है।

अगर इंजीनियर इंसानों की मौत को भी टालने की कोशिश करने की बात करने लगें तो यह पहली नजर में एक मज़ाक लग सकता है। लेकिन बदलते समय को देखते हुए इस विचार को खारिज नहीं किया जा सकता।

Google के एक इंजीनियर ने कहा है कि इंसान संभावित रूप से हमेशा के लिए जीवित रह सकता है।यानि वह अमर हो सकता है ,इस खबर ने काफी लोगों का ध्यान खींचा है और इसने हम सभी को सोचने के लिए बहुत कुछ दिया है।

केवल 7 सालों में ही होगा चमत्कार 

रे कुर्ज़वील(Ray Kurzweil) एक प्रसिद्ध इंजीनियर हैं जिन्हने मनुष्य के आने वाले समय में अमर होने वाली बात को कहा है। वह भविष्य के बारे में भविष्यवाणियां करने के लिए जाने जाते हैं, और बहुत से लोग मानते हैं कि उनकी भविष्यवाणियां सच हो सकती हैं। 

रधड़ब

रे कुर्ज़वील का मानना ​​है कि अगले सात वर्षों में हम विशेष नैनोरोबोट्स का उपयोग करके अनिश्चित काल तक जीवित रहने में सक्षम होंगे।

साल 2005 में आई थी किताब The Singularity Is Near

75 वर्षीय कंप्यूटर वैज्ञानिक ने कहा कि ऐसी संभावना है कि निकट भविष्य में कोई मशीन इंसानों से ज्यादा स्मार्ट हो जाएगी। इसका उल्लेख दो-भाग की YouTube सीरीज के साथ-साथ कुछ साल पहले (2005) की एक किताब में किया गया था। किताब का नाम The Singularity Is Near है| 

एजतदंग

उन्होंने कहा कि हम वर्तमान में सबसे उन्नत तकनीक का उपयोग कर रहे हैं और यह आनुवंशिकी, रोबोटिक्स और नैनो प्रौद्योगिकी में विकसित होता रहेगा। इन टूल्स से हम लोगों को लंबे समय तक जीने और अमर होने में मदद कर सकेंगे।

रे कुर्ज़वील भविष्य की भविष्यवाणी करने में बहुत सटीक रहे हैं। उन्होंने कहा था की वर्ष 2000 तक कंप्यूटर शतरंज में इंसानों से बेहतर काम करने में सक्षम होंगे। इसकी पुष्टि इस तथ्य से होती है कि उन्हें 1999 में प्रौद्योगिकी में राष्ट्रीय पदक से सम्मानित किया गया था।