Delhi news: दिल्ली सरकार ने पेट्रोल पंपों पर एआई आधारित कैमरे लगाने की योजना बनाई है. जिससे न सिर्फ पीयूसी (Pollution Under Control) प्रमाणपत्रों की जांच हो सकेगी। बल्कि पुराने वाहनों की पहचान भी की जा सकेगी. इस प्रणाली के माध्यम से दिल्ली में जिन वाहनों की उम्र सीमा पूरी हो चुकी है. उन्हें पहचानना और उन पर कार्रवाई करना संभव होगा.
उम्र पूरी कर चुके वाहनों पर प्रतिबंध
दिल्ली में डीजल वाहनों के लिए 10 वर्ष और पेट्रोल वाहनों के लिए 15 वर्ष की उम्र सीमा निर्धारित की गई है. इस नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने विशेष एआई कैमरे लगाने की योजना बनाई है, जो ऐसे वाहनों की पहचान कर उन्हें ट्रैक कर सकेंगे.
एआई कैमरों का कार्यप्रणाली
इन एआई कैमरों की मदद से पेट्रोल पंपों पर वाहनों की जांच की जाएगी. ये कैमरे वाहनों की उम्र और पीयूसी स्थिति की जानकारी को पढ़ सकेंगे और तुरंत फीडबैक प्रदान करेंगे. इससे प्रदूषण नियंत्रण के मानदंडों का पालन सुनिश्चित होगा और उम्र सीमा से अधिक वाहनों को चलाने पर रोक लगाई जा सकेगी.
नीति की प्रभावशीलता
इस नई पहल से दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी. जिससे शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है. इस पहल को व्यापक रूप से लागू करने के लिए. दिल्ली सरकार ने सभी पेट्रोल पंपों पर इन एआई कैमरों को स्थापित करने की योजना बनाई है.
भविष्य की योजनाएं
परिवहन विभाग द्वारा इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों ने सीएक्यूएम को आवश्यक सुझाव और प्रस्ताव पेश किए हैं. आने वाले समय में इस नई तकनीक के साथ अधिक कठोर नियम लागू किए जाने की संभावना है. जिससे दिल्ली में वाहन प्रदूषण को कम किया जा सकेगा.