Car Modification Tips: भारत में कार मॉडिफाई करने पर कानून काफी सख्त हैं. गाड़ियों में अनधिकृत बदलाव (unauthorized modifications) करना मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के तहत प्रतिबंधित है. फिर भी कार मालिक अपनी गाड़ियों को अनुकूलित करने के नए तरीके तलाशते रहते हैं.
अप्रूव्ड कार मॉडिफिकेशन (Approved Car Modifications)
विधिवत रूप से अलॉय व्हील्स (alloy wheels) का इस्तेमाल एक स्वीकृत मॉडिफिकेशन है. बशर्ते वे गाड़ी के बॉडी से बाहर नहीं निकलते हों. यह गाड़ी को एक स्टाइलिश लुक प्रदान करता है और ड्राइविंग एक्सपीरियंस में भी सुधार करता है.
कार के रंग में परिवर्तन (Changing Car’s Color)
यदि आप अपनी कार का रंग बदलना चाहते हैं, तो यह आवश्यक है कि आप इसे अपने स्थानीय RTO में अपडेट करवाएं. कार पर रंगीन रैप्स (color wraps) लगवाने की अनुमति है. लेकिन इसकी सूचना वाहन रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र में दर्ज करवाना अनिवार्य है.
पेंट प्रोटेक्शन फिल्म (Paint Protection Film – PPF)
अपनी कार की सतह को खरोंच और अन्य बाहरी तत्वों से बचाने के लिए PPF एक अच्छा विकल्प है. यह फिल्म आपकी कार के पेंट को लंबे समय तक नई जैसी बनाए रखती है और इसे लगवाना कानूनी रूप से स्वीकृत है.
यूवी-कट ग्लास का इस्तेमाल (Use of UV-Cut Glass)
कार की खिड़कियों पर यूवी-कट ग्लास लगवाना एक महंगा लेकिन कानूनी विकल्प है. यह न केवल यूवी किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है. बल्कि गर्मी को भी कम करता है. जिससे आपकी कार के अंदर का तापमान सुखद बना रहता है.
बॉडी किट का विकल्प (Option of Body Kits)
बॉडी किट्स का उपयोग भी एक प्रचलित तरीका है. जिससे कार की उपस्थिति में सुधार होता है. इनमें शामिल होते हैं फ्रंट स्प्लिटर्स, बॉडी क्लैडिंग और साइड पैनल्स, जो कार को एक आकर्षक और खास लुक प्रदान करते हैं. ये किट्स कार के मौजूदा ढांचे में कोई स्थायी बदलाव नहीं करते हैं और मोटर व्हीकल नियमों के अनुरूप होते हैं.