जब भारतीय सड़कों पर कारों का आगाज़ हुआ तब मारुति सुजुकी 800 ने एक खास पहचान बनाई। 1983 में लॉन्च हुई यह कार न केवल आम आदमी के सपनों की सवारी बनी बल्कि इसने मोटर वाहन क्रांति का आगाज भी किया। 796 cc के इंजन के साथ यह कार 40 एचपी पॉवर देती थी जो उस समय के हिसाब से काफी ज्यादा थी। मारुति 800 ने न केवल आवागमन की सुविधा बढ़ाई बल्कि लोगों के जीवन में एक नई जीवनशैली का संचार भी किया।
टोयोटा क्वालिस
टोयोटा क्वालिस जो 1999 में भारतीय बाजार में उतरी ने अपनी विश्वसनीयता और दमदार प्रदर्शन के लिए तेजी से पहचान बनाई। यह टोयोटा की पहली महत्वपूर्ण पहल थी जिसने बाजार में उसकी स्थिति मजबूत की। इसके बंद होने के बावजूद इसकी विश्वसनीयता की गूँज आज भी सुनाई देती है।
मारुति ज़ेन
मारुति ज़ेन जिसे 1993 में लॉन्च किया गया था ने भारतीय युवाओं के दिलों में खास जगह बनाई। इसका आकर्षक डिज़ाइन और खास प्रदर्शन ने इसे उस दौर की ट्रेंडी कार बना दिया था। मारुति ज़ेन ने नई पीढ़ी को मोटर वाहन के प्रति आकर्षित किया और इसने लंबे समय तक बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मारुति एस्टीम
1994 में लॉन्च हुई मारुति एस्टीम ने प्रीमियम सेडान श्रेणी में अपना वर्चस्व स्थापित किया। इस कार ने न केवल व्यापारिक जगत में अपनी पहचान बनाई बल्कि आम ग्राहकों के बीच भी इसे खासा पसंद किया गया। एस्टीम की स्थापित ब्रांड छवि ने मारुति सुजुकी की बिक्री में बड़ा योगदान दिया।
मारुति सुजुकी जिप्सी
1985 में लॉन्च हुई मारुति सुजुकी जिप्सी ने ऑफ-रोड ड्राइविंग के शौकीनों के बीच विशेष स्थान बनाया। इसका दमदार 1.3 लीटर पेट्रोल इंजन और 4×4 ड्राइव सिस्टम ने इसे भारतीय सड़कों पर एक अलग पहचान दी। जिप्सी ने न केवल आवागमन की सुविधा बढ़ाई बल्कि साहसिक यात्राओं के लिए भी एक उत्तम वाहन साबित हुई।