Smart meter recharge: बिहार में बिजली की आपूर्ति को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए नई पहल की गई है। जिसमें स्मार्ट मीटर्स (Smart Meters) का उपयोग मुख्य रूप से किया जा रहा है। यह प्रणाली न केवल ऊर्जा के उपयोग को अधिक कुशल बनाती है। बल्कि उपभोक्ताओं को अधिक नियंत्रण भी प्रदान करती है।
घर-घर पहुंचाई जाएगी रिचार्ज सेवा (Doorstep Recharge Service)
बिहार में अब 44 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और योजना है कि अगले साल तक यह संख्या दो करोड़ तक पहुंचाई जाए। इन स्मार्ट मीटरों की विशेषता यह है कि ये प्रीपेड होते हैं अर्थात उपभोक्ताओं को पहले पैसे जमा कराने होते हैं और फिर वे बिजली का उपयोग कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह सुविधा वसुधा केंद्रों (Vasudha Centers) के माध्यम से उपलब्ध है। लेकिन हर पंचायत में केवल एक ही केंद्र होने के कारण उपभोक्ताओं को रिचार्ज के लिए कभी-कभी दूर तक जाना पड़ता है।
नई सुविधा प्रतिनिधि द्वारा रिचार्ज (Recharge by Representatives)
इस समस्या का समाधान करते हुए। बिजली कंपनी ने एक नई सुविधा शुरू की है जिसमें हर गांव में एक प्रतिनिधि रहेगा जो घर-घर जाकर स्मार्ट मीटर रिचार्ज करेगा। इससे ग्रामीण उपभोक्ताओं को अपने घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा और वे आसानी से अपने मीटर रिचार्ज करवा सकेंगे। इस पहल से बिजली की उपलब्धता में भी सुधार होगा और उपभोक्ताओं का समय भी बचेगा।
कमीशन पर आधारित प्रतिनिधि योजना (Commission-based Representative Plan)
प्रतिनिधियों को इस काम के लिए कंपनी की ओर से कमीशन दिया जाएगा, जो कि डेढ़ से दो प्रतिशत के बीच होगा। यह कमीशन उनकी प्रेरणा को बढ़ाएगा और इस काम को अधिक कुशलता से अंजाम देने में मदद करेगा। प्रतिनिधियों का चयन एक चयनित एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा। जिसे कंपनी ने निविदा के माध्यम से चुना है।
भौतिक सत्यापन और रिपोर्टिंग (Physical Verification and Reporting)
प्रतिनिधियों की जिम्मेदारियों में केवल रिचार्ज ही नहीं बल्कि स्मार्ट मीटर का भौतिक सत्यापन भी शामिल है। हर तीन महीने पर ये प्रतिनिधि मीटर की जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि मीटर से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। इससे कंपनी को मीटरों की सही स्थिति की जानकारी मिलेगी और वे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
आगे की योजनाएं (Future Plans)
आगे चलकर कंपनी की योजना है कि सभी प्रक्रियाएं अगले दो से तीन महीने में पूरी कर ली जाएंगी। स्मार्ट मीटर्स की स्थापना और रिचार्ज की इस पहल से बिहार में बिजली की आपूर्ति और भी आसान और सुगम हो जाएगी। जिससे राज्य के विकास में और अधिक तेजी आएगी।