चुनावी मौसम में हरियाणा सरकार के लिए चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. रोहतक के पीडब्ल्यूडी बीएंडआर कार्यालय में क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी (CAWS) की हालिया बैठक में नाराजगी का माहौल था. एसोसिएशन ने सरकार को दिए गए वादों की अनदेखी पर कड़ा रुख अपनाते हुए हड़ताल का ऐलान किया है.
सरकार पर लगा वादाखिलाफी का आरोप
CAWS के राज्य प्रधान बलजीत जून ने सार्वजनिक रूप से सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 28 जुलाई के प्रदर्शन को टालने के लिए सरकार ने समाधान का आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक कोई संतोषजनक हल नहीं निकला है. इस वजह से संगठन ने 6 अगस्त को प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है.
12 अगस्त से होगी हड़ताल
बलजीत जून ने आगे बताया कि संगठन ने 12 अगस्त से तीन दिन के लिए हड़ताल का फैसला लिया है, जो कि 14 अगस्त तक चलेगी. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस दौरान भी मांगे पूरी नहीं होती हैं, तो क्लेरिकल स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकता है.
पिछले साल भी हुई थी लंबी हड़ताल
गत वर्ष भी क्लेर्कों ने 42 दिनों तक हड़ताल की थी. जिससे सरकारी कार्यालयों में कार्य व्यवधान उत्पन्न हुआ था. सरकार ने इस हड़ताल को समाप्त करने के लिए वार्ता की और कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया था.
क्लेरिकल स्टाफ की प्रमुख मांगें
क्लेरिकल स्टाफ एसोसिएशन ने मुख्य रूप से अपने बेसिक पे को 35,400 रुपए किए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि इस वेतन वृद्धि से उनके कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा और वे अपने कार्य को अधिक समर्पण के साथ कर पाएंगे.