Indian Railway: भारतीय रेलवे ने अपने ट्रेनों की गति में सुधार लाने और वोल्टेज की समस्या से निपटने के लिए “मिशन रफ्तार” शुरू किया है. इस मिशन के तहत ओवर हेड वायर (ओएचई) में अतिरिक्त वायर जोड़ा जा रहा है. ताकि ट्रेनों को हर समय पर्याप्त वोल्टेज मिल सके. इससे ट्रेनों की गति में कोई कमी नहीं आएगी. चाहे सेक्शन में कितनी भी ट्रेनें चल रही हों.
ओएचई में अतिरिक्त वायर
ओएचई का अतिरिक्त वायर डाले जाने के बाद, प्रत्येक सेक्शन में 2025 वोल्टेज की सप्लाई उपलब्ध होगी. पहले सेक्शन में केवल 1025 वोल्टेज की सप्लाई थी. जिससे कई बार वोल्टेज की कमी हो जाती थी और ट्रेनों की गति कम हो जाती थी. अब इस अतिरिक्त वायर के माध्यम से हर ट्रेन को पर्याप्त वोल्टेज मिलेगा. जिससे वे अपनी पूरी गति से दौड़ सकेंगी.
आगरा और मथुरा में हो रहा काम
मिशन रफ्तार के तहत आगरा और मथुरा के बीच ओएचई में अतिरिक्त वायर डालने का काम जोरों पर है. मथुरा से आगरा के बीच इस परियोजना को पूरा करने के बाद पूरे सेक्शन में पर्याप्त वोल्टेज की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी. इससे न केवल ट्रेनों की गति बढ़ेगी. बल्कि यात्रियों के लिए भी यात्रा का समय कम हो जाएगा.
160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति
वर्तमान में भारतीय रेलवे की ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ती हैं. लेकिन वोल्टेज की समस्या के कारण इस गति को कभी-कभी कम करना पड़ता है. मिशन रफ्तार के तहत ओएचई में अतिरिक्त वायर डालने के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा और ट्रेनें अपनी निर्धारित गति पर बिना किसी रुकावट के दौड़ सकेंगी.
मिशन रफ्तार के लाभ
मिशन रफ्तार के तहत ओएचई में अतिरिक्त वायर डालने से वोल्टेज की कमी की समस्या खत्म हो जाएगी. इससे ट्रेनें बिना किसी बाधा के अपनी पूरी गति से दौड़ सकेंगी. ट्रेनों की गति में सुधार होने से यात्रा का समय भी कम हो जाएगा. इससे यात्रियों को अधिक सुविधा होगी और वे समय पर अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे. वोल्टेज की समस्या खत्म होने से रेलवे की क्षमता में भी वृद्धि होगी. इससे अधिक ट्रेनें चलाने की संभावना बनेगी और रेलवे के माध्यम से अधिक यात्री सेवा प्रदान की जा सकेगी.