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Underwater Metro : कोलकाता में नदी के नीचे बनी सुरंग से होकर दौड़ेगी मेट्रो, दिखेगा बेहद खूबसूरत नजारा

आज के आर्टिकल में, हम कोलकाता मेट्रो की अंडरवाटर टनल में सबसे शानदार इंजीनियरिंग कारनामों में से एक पर नज़र डालेंगे। हुगली नदी के नीचे बनी यह टनल कोलकाता को हावड़ा से जोड़ती है और देश में इस टाइप की पहली सुरंग है।
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kolkata metro trial under river tunnel

आज के आर्टिकल में, हम कोलकाता मेट्रो की अंडरवाटर टनल में सबसे शानदार इंजीनियरिंग कारनामों में से एक पर नज़र डालेंगे। हुगली नदी के नीचे बनी यह टनल कोलकाता को हावड़ा से जोड़ती है और देश में इस टाइप की पहली सुरंग है।

कोलकाता मेट्रो ने हुगली नदी के नीचे एक पानी में सुरंग बनाकर एक शानदार इंजीनियरिंग उपलब्धि हासिल की है। सुरंग कोलकाता को हावड़ा से जोड़ती है, और इस मार्ग पर मेट्रो सेवाएं जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। 

पानी के नीचे मेट्रो सुरंग 

कोलकाता मेट्रो द्वारा निर्मित पानी के नीचे की सुरंग 520 मीटर लंबी है और हावड़ा से एस्प्लेनेड तक 4.8 किमी के मार्ग का हिस्सा है। यह सतह से 33 मीटर नीचे  है, जो हावड़ा को भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बनाता है। इस टनल को पानी के दबाव का सामना करने और 120 सालों की लाइफ लिमिट के साथ डिज़ाइन किया गया है। सुरंग के निर्माण में केवल तीन महीने लगे और यात्री एक मिनट के अंदर सुरंग को पार कर सकते हैं।

बनाते टाइम प्रॉब्लम 

पानी के नीचे टनल को बनाते टाइम इंजीनियरों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। फर्स्ट तो पानी की तंगी, वॉटरप्रूफिंग और गास्केट को डिजाइन करने की प्रॉब्लम थीं। सुरंग के निर्माण के दौरान कर्मचारियों को  24x7  काम पर रखा गया था, और खराब मिट्टी के कारण खुदाई करने के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) पर एंटी-स्लिप सिस्टम लगाया गया था।

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पानी के नीचे मेट्रो सुरंग का महत्व

कोलकाता मेट्रो की अंडरवाटर टनल भारत के मेट्रो सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह देश की टेक्नोलॉजी को दिखाता है और सुरक्षित, तेज पब्लिक परिवहन की जरूरत पर जोर देता है। अंडरवाटर टनल की वजह से कोलकाता से आना जाना आसान और तेज़ हो जाएगा। यदि यह अच्छी तरह से काम करता है, तो भारत के दूसरे शहरों में भी मेट्रो इंफ्रास्ट्रक्चर में इन्वेस्ट करने की सम्भावना बढ़ जाएगी। 


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सवाल 1: क्या है कोलकाता मेट्रो की अंडरवाटर टनल?
उत्तर: कोलकाता मेट्रो की अंडरवाटर टनल 520 मीटर लंबी सुरंग है जो कोलकाता को हावड़ा से जोड़ने वाली हुगली नदी के नीचे से गुजरती है।

सवाल 2: सुरंग का निर्माण कब हुआ था?
उत्तर: सुरंग का निर्माण अप्रैल 2017 में शुरू हुआ और उसी वर्ष जुलाई में पूरा हुआ।

सवाल 3: टनल की खासियत क्या है?
उत्तर: पानी के नीचे की सुरंग हावड़ा से एस्प्लेनेड तक 4.8 किमी के मार्ग का हिस्सा है और सतह से 33 मीटर नीचे स्थित है। सुरंगों को पानी के दबाव का सामना करने और 120 सालों की लाइफ टाइम के लिए डिज़ाइन किया गया है।