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भारत में जंगल के ऊपर से गुजरेगा सबसे अनोखा एक्सप्रेसवे, ब्रिज के ऊपर दौड़ेगी गाडियां तो नीचे से गुजर सकेंगे जंगली जानवर

आज के आर्टिकल में, हम आपके लिए दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट पर नवीनतम समाचार लेके आ रहे हैं। इस शानदार प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल दिल्ली और देहरादून के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करना है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल विकास और वन्य जीवन के संरक्षण को भी फर्स्ट प्रायोरिटी देना है। इस नई परियोजना और यात्रियों और पर्यावरण के लिए इसके कई फायदों पर ज्यादा जानने के लिए हमारे साथ बने रहें। 

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biggest wildlife corridor

आज के आर्टिकल में, हम आपके लिए दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट पर नवीनतम समाचार लेके आ रहे हैं। इस शानदार प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल दिल्ली और देहरादून के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करना है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल विकास और वन्य जीवन के संरक्षण को भी फर्स्ट प्रायोरिटी देना है। इस नई परियोजना और यात्रियों और पर्यावरण के लिए इसके कई फायदों पर ज्यादा जानने के लिए हमारे साथ बने रहें। 

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का ढांचा

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे कुल 210 किमी की दूरी तय करेगा, जिससे दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय घटकर केवल 2.5 घंटे रह जाएगा। प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है और इसमें अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा होगी। सिंगल कॉलम तकनीक के उपयोग से पर्यावरण पर निर्माण के असर को कम किया जा सकेगा।

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वन्यजीव कॉरिडोर को बनाना

भारतीय वन्यजीव संस्थान ने राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से सटे 12 किलोमीटर लंबे वन्यजीव कॉरिडोर के निर्माण की सिफारिश की। कॉरिडोर का निर्माण मानव-पशु लड़ाई को रोकने और जंगली जानवरों के सही से आवागमन को कन्फर्म करने के लिए किया जा रहा है। छह लेन चौड़े कॉरिडोर में हाथियों के गुजरने के लिए तीन स्पेशल अंडरपास होंगे।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे कब पूरा होगा।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के 2024 की शुरुआत तक पूरा होने की उम्मीद है। इस परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है, जिसमें पहला चरण अक्षरधाम और कुंडली पलवल एक्सप्रेसवे को जोड़ता है। दूसरा चरण ईपीई जंक्शन को सहारनपुर से जोड़ेगा, जबकि तीसरा और लास्ट चरण सहारनपुर को देहरादून से जोड़ेगा।

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दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से यात्रा पर असर 

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद दिल्ली और मसूरी के बीच यात्रा का समय घटकर सिर्फ 4 घंटे रह जाएगा। दिल्ली से देहरादून की दूरी 6 घंटे से घटकर 2.5 घंटे हो जाएगी और दिल्ली-हरिद्वार के बीच की यात्रा में 2 घंटे से भी कम समय लगेगा। दिल्ली से 3 घंटे में ऋषिकेश पहुंचना भी पॉसिबल होगा। इस प्रोजेक्ट से जंगली जानवरों के प्राकृतिक आवास को सेफ्टी मिलेगी। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

सवाल 1: एक्सप्रेस-वे पर बन रहे वाइल्डलाइफ कॉरिडोर की लंबाई कितनी है?
उत्तर: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर बन रहा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर 12 किमी लंबा है, जो इसे एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनाता है।

सवाल 2: हाथियों के गुजरने के लिए वन्यजीव कॉरिडोर पर कितने अंडरपास बनाए जा रहे हैं?
उत्तर: हाथियों और अन्य जंगली जानवरों के गुजरने के लिए वन्यजीव कॉरिडोर पर तीन स्पेशल अंडरपास बनाए जा रहे हैं।

सवाल 3: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरा होने की पॉसिबल डेट कब है?
उत्तर: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के 2024 की शुरुआत में पूरा होने की उम्मीद है।