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भारत के इस राज्य के मास्टरों को छुट्टियों में परिवार संग घूमने के लिए सरकार ने ट्रांसफ़र किए 82 करोड़, जाने किस ज़िले में कितनी आई है राशि

इस आर्टिकल में, हम हरियाणा की एक शानदार ताज़ा खबर पर नज़र डालेंगे, जहाँ राज्य सरकार ने मास्टरों की गर्मी की छुट्टियों को खुशहाल बनाने के लिए रुपये देकर दिल गार्डन गार्डन कर देने वाला कदम उठाया है। Leave Travel Concession (LTC) के लिए 82 करोड़ रुपये का बजट देकर सरकार शिक्षकों को अपने परिवारों के साथ यादगार छुट्टियां बिताने का मौका दे रही है। तो चलिए थोड़ा और जानते है। 

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haryana 82 crore budget for leave travel concession

इस आर्टिकल में, हम हरियाणा की एक शानदार ताज़ा खबर पर नज़र डालेंगे, जहाँ राज्य सरकार ने मास्टरों की गर्मी की छुट्टियों को खुशहाल बनाने के लिए रुपये देकर दिल गार्डन गार्डन कर देने वाला कदम उठाया है। Leave Travel Concession (LTC) के लिए 82 करोड़ रुपये का बजट देकर सरकार शिक्षकों को अपने परिवारों के साथ यादगार छुट्टियां बिताने का मौका दे रही है। तो चलिए थोड़ा और जानते है। 

चपरासियों के घूमने के लिए 5 लाख रूपये 

हरियाणा सरकार की योजना से केवल मास्टरों को ही फायदा नहीं होगा बल्कि क्लर्क और चौकीदार जैसे अन्य स्टाफ सदस्यों को भी कुछ पैसे मिलेंगे। इसलिए हर जिले को 5-5 लाख रुपये दिए गए हैं। इससे हमे पता चलता है कि शिक्षा में भूमिका निभाने वाला हर व्यक्ति एलटीसी योजना के लाभों का फायदा उठा सकता है।

मास्टरों को घूमने के लिए मिलते है एक्स्ट्रा पैसे 

हरियाणा में शिक्षा विभाग जानता है कि शिक्षकों को यात्रा करने और खुद को तरोताजा करने का मौका देना कितना जरूरी है। इसलिए, हर चार साल में, मास्टरों को सिर्फ घुमंने के लिए एक्स्ट्रा पैसे दिए जाते है।इसके अलावा पैसे से, शिक्षक नए स्थानों की यात्रा कर सकते हैं, अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिता सकते हैं, और अपनी ड्यूटी पर जाने से पहले दिमाग को तंदरुस्त कर सकते है। 

बजट को साल के आखिर तक खत्म करना जरूरी

हरियाणा शिक्षा विभाग ने इस बात पर जोर दिया है कि साल के अंत तक लीव ट्रैवल कंसेशन (एलटीसी) के फंड का इस्तेमाल करना जरूरी है। यह बात साफ़ जाहिर करती है कि जो पैसा दिया गया है उसका सही उपयोग हो और बर्बाद न हो। बजट को समय सीमा के भीतर खर्च करके, सरकार मास्टरों को ज्यादा से ज्यादा फायदा देना चाहती है ताकि वो इस लाभ से वंचित न रह जाए। 

मास्टरों के लिए घूमने की योजना क्यों बनाई गयी?

एलटीसी का पैसा दिए जाने की बात सुनकर हरियाणा के शिक्षक बहुत खुश हुए है। एक मास्टर की नौकरी बहुत मेहनत भरी होती है क्योंकि वे सारा दिन बच्चो को पढ़ते है और समझते है अच्छे से। इसका मतलब है की उनको भी दिमाग का रेस्ट चाहिए होता है। इसलिए सरकार ने घूमने की योजना बनाई ताकि जब मास्टर दोबारा पढ़ने आये तो एक नए हर्ष और उल्लास के साथ बचो को  पढ़ाए। 

घूमने के लिए हर जिले को कितने पैसे मिले?

हरियाणा सरकार ने अलग-अलग क्षेत्रों के शिक्षकों को लीव ट्रैवल कंसेशन (एलटीसी) के लिए पैसे देकर अच्छा काम किया है। प्रत्येक जिले को कितना पैसा दिया गया है इसकी एक लिस्ट हमने निचे देदी है अब आप भी अपना जिला ढूंढे और इस शानदार प्लान का फायदा उठाये:

हिसार: 6.60 करोड़
सोनीपत: 5.25 करोड़
भिवानी: 4.89 करोड़
जींद : 4.86 करोड़
करनाल : 4.63 करोड़
गुरुग्राम: 4.39 करोड़
रोहतक : 3.95 करोड़
सिरसा : 3.87 करोड़
झज्जर : 3.83 करोड़
कैथल: 3.71 करोड़
रेवाड़ी : 3.69 करोड़
कुरुक्षेत्र : 3.55 करोड़
नारनौल : 3.54 करोड़
पानीपत : 3.29 करोड़
अंबाला : 3.37 करोड़
फतेहाबाद : 3.32 करोड़
फरीदाबाद : 3.12 करोड़
यमुनानगर : 2.81 करोड़
चरखी-दादरी: 2.33 करोड़
पलवल : 2.27 करोड़
पंचकूला : 2.18 करोड़
मेवात : 1.98 करोड़