बारिश के दिनों में कार चलाना अक्सर कठिन हो जाता है. खासकर जब विंडशील्ड पर फॉग जमा होने लगता है. यह फॉग दृश्यता को काफी कम कर देता है. जिससे ड्राइविंग करना खतरनाक हो सकता है. इस फॉगिंग की मुख्य वजह यह होती है कि कार के अंदर और बाहर के तापमान में भारी अंतर होता है. जिससे कार के अंदर की नमी विंडशील्ड पर संघनित होकर फॉग का रूप ले लेती है.
तापमान और नमी के अंतर का प्रभाव
बारिश के समय जब हवा में नमी का स्तर बढ़ जाता है और तापमान गिरता है, तो विंडशील्ड की बाहरी सतह ठंडी हो जाती है. कार के अंदर की गर्म हवा जब इस ठंडी सतह से मिलती है, तो फॉग बन जाता है. इसी तरह सर्दियों में भी जब बाहरी तापमान कम होता है और कार के अंदर का तापमान अधिक होता है, तब भी फॉग बनता है.
फॉग से निपटने के उपाय
विंडशील्ड पर फॉग की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न उपाय किए जा सकते हैं:
- डिफॉगर का इस्तेमाल: कार का डिफॉगर विंडशील्ड पर गर्म हवा भेज कर फॉग को हटा देता है. यह फॉग को जल्दी से साफ करने में मदद करता है.
- एयर कंडीशनिंग का इस्तेमाल: एयर कंडीशनर गर्मी के दौरान वाहन के अंदर की हवा को शुष्क बनाता है. जिससे फॉग बनने की संभावना कम होती है.
- विंडो स्लाइटली ओपन: कुछ समय के लिए विंडो को थोड़ा खोल देने से वाहन के अंदर और बाहर के तापमान में संतुलन बनता है, जिससे फॉग कम हो जाता है.
सुरक्षित ड्राइविंग के लिए सावधानियां
फॉग जमने पर ड्राइविंग करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. यह सुनिश्चित करें कि आपकी कार की विंडशील्ड साफ हो और विंडशील्ड वाइपर्स ठीक से काम कर रहे हों. धुंधली दृष्टि से बचने के लिए, विंडशील्ड की सफाई पर विशेष ध्यान दें और अगर फॉग बन रहा है तो गाड़ी को सुरक्षित स्थान पर रोककर उपाय करें.