राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है. प्रदेश में हुई इस अत्यधिक वर्षा से कहीं सड़कें जलमग्न हुईं, तो कहीं जलभराव से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसके चलते करीब 15 लोगों की मृत्यु हो गई है और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है.
प्रशासनिक प्रतिक्रिया और मुख्यमंत्री के निर्देश
इस आपदा के मद्देनजर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और आवश्यक निर्देश जारी किए. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किए जाएं और जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया. उन्होंने यह भी आग्रह किया कि प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव की समस्या का तत्काल समाधान किया जाए और पानी तथा बिजली की व्यवस्था शीघ्र ही बहाल की जाए.
जिलों में छुट्टी का ऐलान
राजधानी जयपुर सहित, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर और दौसा जिलों में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद स्कूलों में एक दिन की छुट्टी घोषित की गई. यह कदम बच्चों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया. ताकि भारी बारिश से होने वाले अप्रत्याशित जोखिम से बचा जा सके.
राज्य में बारिश की स्थिति
रविवार को जयपुर, अलवर, करौली, सवाई माधोपुर और दौसा जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई. विशेषकर करौली और हिंडौन में बाढ़ जैसे हालात देखे गए. जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानी हुई. जयपुर में भी दिन भर बारिश का दौर जारी रहा. जिससे सड़कों पर पानी भर गया और यातायात में बाधा उत्पन्न हुई.
कानोता में हुआ हादसा
इसी बीच एक दुखद घटना में जयपुर के कानोता बांध के पास पिकनिक मनाने आए छह युवकों में से पांच पानी में बह गए. यह घटना रविवार को घटित हुई. जब ये युवक बांध के पास मौज-मस्ती के लिए पानी में उतरे. पुलिस के मुताबिक तेज बहाव में ये पांचों युवक बह गए और केवल एक ही बच पाया.