Engine Oil: इंजन ऑयल का समय-समय पर परिवर्तन आवश्यक होता है. क्योंकि यह ऑयल इंजन के घिसाव को कम करता है और इसे सही से काम करने में मदद करता है. समय के साथ इंजन ऑयल अपनी चिकनाई खो देता है और इसमें गंदगी जमा होने लगती है. जिससे इंजन की कार्यक्षमता और जीवनकाल पर विपरीत प्रभाव पड़ता है.
वाहन निर्माताओं की सिफारिशें
प्रत्येक कार निर्माता अपनी कारों के लिए इंजन ऑयल बदलने की विशिष्ट सिफारिशें करता है. आमतौर पर ये सिफारिशें कार के मॉडल, इंजन के प्रकार और इस्तेमाल की गई ऑयल की गुणवत्ता पर निर्भर करती हैं. इन सिफारिशों का पालन करना आपके वाहन की दीर्घकालिक सेवा सुनिश्चित करता है.
सिंथेटिक और पारंपरिक ऑयल
सिंथेटिक इंजन ऑयल पारंपरिक ऑयल की तुलना में लंबे समय तक टिकाऊ रहता है और इसे अधिक किलोमीटर तक बदलने की आवश्यकता नहीं होती. यदि आप सिंथेटिक ऑयल का उपयोग कर रहे हैं, तो आप इसे 75,000 किलोमीटर तक चला सकते हैं बिना बदले.
विषम परिस्थितियों में ड्राइविंग
यदि आप अक्सर रुक-रुक कर, धूल भरी या गर्म परिस्थितियों में ड्राइव करते हैं, तो आपको अपने इंजन ऑयल को अधिक बार बदलने की जरूरत हो सकती है. ऐसी परिस्थितियाँ ऑयल को जल्दी खराब कर देती हैं और आपको हर 15,000 से 20,000 किलोमीटर में इसे बदलना पड़ सकता है.
व्यक्तिगत पसंद
कुछ वाहन मालिक अपने वाहन निर्माता की सिफारिश से ज्यादा बार अपने इंजन ऑयल को बदलना पसंद करते हैं. खासकर जब उन्हें लगता है कि अतिरिक्त सुरक्षा और इंजन की बेहतर देखभाल के लिए यह जरूरी है. यह आपके वाहन की उम्र और प्रदर्शन को बढ़ा सकता है.