उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर ई-वे सेवाओं के विकास के लिए नए प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 12 स्थानों को चिन्हित किया है जहां आधुनिक सुविधाओं से युक्त ई-वे हब का निर्माण किया जाएगा। इस विकास कार्य के द्वारा यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। जिसमें दुकानें, बजट होटल, ढाबे, फूड कोर्ट, थीम पार्क और अन्य आवश्यक सेवाएं शामिल हैं।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर विकास की योजना
290 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जो चित्रकूट से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया होते हुए इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलता है। पर यूपीडा ने चार ई-वे हब विकसित करने की योजना बनाई है। इन हबों में आधुनिक और व्यापक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी जो कि यात्रियों के सफर को और भी सुगम बनाएंगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर योजना की रूपरेखा
वहीं 340.84 किमी लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जो लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर तक जाता है, पर भी आठ ई-वे हब विकसित किए जाएंगे। इन हबों के विकास से इस क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और यात्रा के दौरान यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त होंगी।
ई-वे हब में उपलब्ध होंगी ये सुविधाएं
इन ई-वे हबों में शौचालय, चिकित्सा सुविधाएं, एटीएम, खानपान की दुकानें और आराम के लिए बजट होटल और रिसॉर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ये हब न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए बल्कि स्थानीय व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए भी आर्थिक अवसर प्रदान करेंगे।
आवंटन और लीज की व्यवस्था
यूपीडा द्वारा विकसित किए जा रहे इन हबों में कुल 120 भूखंडों का आवंटन किया जाएगा। जिसे 30 वर्षों के लिए लीज पर दिया जाएगा। इस लीज को 15 वर्षों की अवधि के लिए और बढ़ाया जा सकता है। इससे लंबी अवधि के लिए निवेशकों और व्यवसायियों को स्थायित्व मिलेगा और वे अपने व्यवसाय को और अधिक विकसित कर सकेंगे।