श्रीलंका के खिलाफ आगामी टी20 और वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन हो गया है। टी20 टीम की कमान इस बार सूर्यकुमार यादव के हाथों में सौंपी गई है। उनकी कप्तानी में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण देखने को मिलेगा।
रोहित शर्मा की वनडे में कप्तानी बरकरार
वनडे टीम की कमान अभी भी रोहित शर्मा के पास ही है। हालांकि वनडे टीम के चयन में कुछ चौंकाने वाले फैसले देखने को मिले हैं। कई अनुभवी और प्रमुख खिलाड़ियों को टीम में जगह नहीं मिली है। जिससे उनके वनडे करियर पर सवाल खड़े हो गए हैं। आइए जानते हैं उन पांच खिलाड़ियों के बारे में जिनका वनडे करियर अब लगभग खत्म माना जा रहा है।
रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन भारत के सबसे अनुभवी गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने भारत के लिए 116 वनडे मैचों में 156 विकेट लिए हैं। पिछले साल वर्ल्ड कप में खेले अश्विन को इस बार श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए नहीं चुना गया है। 37 साल के हो चुके अश्विन का वनडे टीम में वापस लौटना अब काफी मुश्किल नजर आ रहा है।
रवींद्र जडेजा
भारत के दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को भी इस बार श्रीलंका दौरे के लिए नहीं चुना गया है। जडेजा ने भारत के लिए 197 मैच खेले हैं और 220 विकेट लिए हैं। वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जडेजा को अब वनडे की योजनाओं से बाहर माना जा रहा है। उनके स्थान पर ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को तरजीह दी गई है। 35 साल के जडेजा का वनडे करियर अब समाप्ति की ओर बढ़ता दिख रहा है।
भुवनेश्वर कुमार
तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को भी इस बार नजरअंदाज कर दिया गया है। भुवनेश्वर 2022 से टीम इंडिया में लौटने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने अपना पिछला वनडे मैच जनवरी 2022 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। उनके नाम 121 वनडे में 141 विकेट हैं। तेज गेंदबाजों की नई फौज को देखते हुए उनकी वापसी काफी मुश्किल लग रही है।
क्रुणाल पांड्या
हार्दिक पांड्या के भाई क्रुणाल पांड्या का वनडे करियर भी अंधकार में नजर आ रहा है। क्रुणाल को लंबे समय से वनडे टीम में वापसी का इंतजार है। उन्होंने 2021 में डेब्यू किया था और उसी साल अपना पिछला मैच खेला था। क्रुणाल को अब तक सिर्फ 5 वनडे मैच खेलने का मौका मिला है। 33 साल के हो चुके क्रुणाल वनडे की योजनाओं से बाहर चल रहे हैं।
मयंक अग्रवाल
स्टाइलिश ओपनर मयंक अग्रवाल भी वनडे टीम की योजनाओं में नहीं हैं। मयंक के शॉट्स को लोग काफी पसंद करते हैं। लेकिन खराब फॉर्म के कारण वह टीम से बाहर हो गए थे। मयंक को 5 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। 2020 में डेब्यू करने के बाद से उन्हें वनडे में मौका नहीं मिला है।
वनडे टीम की नई दिशा
वनडे टीम के चयन से स्पष्ट है कि चयनकर्ता अब नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को मौका देने के पक्ष में हैं। अनुभवी खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर युवा और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसका उद्देश्य अगले वर्ल्ड कप के लिए एक मजबूत और संतुलित टीम तैयार करना है।
युवा खिलाड़ियों को मौका
टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने इस बार कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। उनका प्रदर्शन न केवल टीम के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होगा बल्कि यह भी दिखाएगा कि युवा खिलाड़ियों में कितना दमखम है। चयनकर्ताओं का यह कदम टीम को नई ऊर्जा और दिशा देने के लिए उठाया गया है।