Indian Railways: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को यह घोषणा की कि रेल यात्रा को और अधिक सुरक्षित (rail travel safety) बनाने के लिए ट्रेनों में कई कैमरे लगाए जाएंगे. यह घोषणा उस समय में आई है जब हाल ही में कई ट्रेन दुर्घटनाएँ हुई हैं. जिन्हें पटरी से उतारने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. इस कदम से ट्रेन के अंदर और बाहर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने का प्रयास किया जा सकेगा. जिससे यात्री सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा.
कैमरों का विस्तृत वितरण
रेल मंत्री ने आगे बताया कि ट्रेन के इंजन, गार्ड कोच के अगले-पिछले हिस्से और दोनों किनारों पर कैमरे (train cameras) लगाए जाएंगे. इसके अलावा डिब्बों में और इंजन के अगले हिस्से पर जानवरों से बचाव के लिए लगे ‘कैटल गार्ड’ पर भी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. इस पहल से न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी बल्कि पटरियों और ट्रेन के आसपास के क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर भी बेहतर नियंत्रण हो सकेगा.
टेंडर प्रक्रिया और तकनीकी योजना
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि कैमरे लगाने के लिए तीन महीने के भीतर टेंडर जारी किए जाएंगे. ये कैमरे सभी प्रमुख ट्रेनों (train installation) में लगाए जाएंगे. इसके अलावा एक साझा डेटा सेंटर भी स्थापित किया जाएगा जहां इन कैमरों द्वारा रिकॉर्ड किए गए सभी वीडियो फुटेज सहेजे जाएंगे. जिससे आपातकालीन स्थितियों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
ट्रेन बेपटरी करने की कोशिशों पर प्रतिक्रिया
हाल की घटनाओं में ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिशें बढ़ी हैं. जिसे रेल मंत्री ने ‘बेहद गंभीर’ (serious rail incidents) बताया है. इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे प्रशासन विभिन्न राज्यों के पुलिस प्रमुखों से संपर्क कर उनसे पटरियों की सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने का आग्रह कर रहा है. यह उपाय यात्रियों की सुरक्षा को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा और रेलवे की व्यवस्था में सुधार होगा.
सुरक्षा उपायों पर जोर
खुफिया नेटवर्क और जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों के बारे में बताते हुए, सूत्रों ने खुलासा किया कि ट्रेन को पटरी से उतारने की किसी भी कोशिश को रोकने के लिए व्यापक उपाय किए जा रहे हैं. राजस्थान और कानपुर में हाल ही में हुई घटनाओं ने सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया है. इन घटनाओं ने रेलवे प्रशासन की चिंता बढ़ाई है और सुरक्षा व्यवस्था में वृद्धि की गई है. जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके.