INDUSTRIAL GANGA EXPRESSWAY: उत्तर प्रदेश में एक महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मेरठ के बीच बनाया जा रहा है जो 11 जिलों से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेसवे के किनारे करीब 2000 औद्योगिक इकाइयों (Industrial Units Setup) को स्थापित किए जाने की योजना है, जो अगले 10 साल में लगभग 20 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करेगी. यूपीडा द्वारा बड़े भूखंडों का आवंटन किया जाएगा. जिससे यह क्षेत्र न केवल औद्योगिक विकास का केंद्र बनेगा बल्कि समृद्धि का भी साधन बनेगा.
उद्योगों के लिए जमीन आवंटन में नई पहल
उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे के अलावा पांच अन्य एक्सप्रेसवे के किनारे विभिन्न उद्योगों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया को गति देने की तैयारी की है. इसमें ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, सेमीकंडक्टर उद्योग, भारी इलेक्ट्रिकल और पावर उपकरण और फिल्म निर्माण (Film Production Hub) उद्योग शामिल हैं. यह नीति निवेशकों के लिए आकर्षक होने के साथ-साथ उद्योगों को तेजी से स्थापित करने का आधार भी प्रदान करेगी.
गंगा एक्सप्रेसवे पर इंडस्ट्रियल क्लस्टर का विकास
गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे बड़े पैमाने पर औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे. जहाँ विभिन्न सेक्टर्स की कंपनियाँ अपने उत्पादन इकाइयाँ स्थापित कर सकेंगी. यह क्लस्टर सनराइज सेक्टर (Sunrise Sectors) जैसे कि ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, सेमीकंडक्टर और पावर उपकरण वाली कंपनियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा. इससे न केवल स्थानीय आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी. बल्कि उच्च तकनीकी उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा.
उद्योगों के विकास में सरकारी योजनाएं और समर्थन
उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे सहित विभिन्न एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक विकास के लिए कई प्रकार की सुविधाएं और समर्थन प्रदान किया है. इसमें बड़े निवेश (Large Scale Investment) करने वाली कंपनियों को जमीन आवंटन में विशेष वरीयता दी जाएगी, जिससे वे तेजी से अपने परियोजनाओं को शुरू कर सकें और अधिकतम रोजगार सृजन कर सकें. इस प्रकार एक्सप्रेसवे के किनारे के औद्योगिक क्षेत्र नई तकनीक और तकनीकी उन्नति के नए केंद्र के रूप में विकसित होंगे.