Indian Railways: भारतीय रेलवे हर साल करोड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करती है. इसके लिए रेलवे द्वारा विभिन्न प्रकार की सुविधाएं और विशेष योजनाएं (special schemes) पेश की जाती हैं. इन्हीं में से एक है सर्कुलर जर्नी टिकट जो खासकर उन यात्रियों के लिए लाभदायक है जो एक ही यात्रा में विभिन्न स्थानों की यात्रा करना चाहते हैं.
सर्कुलर जर्नी टिकट के फायदे
सर्कुलर जर्नी टिकट के जरिए यात्री एक ही टिकट पर कई अलग-अलग स्टेशनों (stations) की यात्रा कर सकते हैं. यह टिकट खासतौर पर उन यात्रियों के लिए उपयोगी है जो तीर्थ यात्रा (pilgrimage) या पर्यटन (tourism) के लिए विभिन्न स्थलों की यात्रा कर रहे होते हैं. इससे उन्हें बार-बार टिकट बुक करने की आवश्यकता नहीं पड़ती और यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकता है.
कैसे काम करता है सर्कुलर जर्नी टिकट
सर्कुलर जर्नी टिकट की विशेषता यह है कि यात्री जहां से अपनी यात्रा शुरू करते हैं. वहीं पर इसे समाप्त भी कर सकते हैं. उदाहरण के लिए यदि कोई यात्री नई दिल्ली (New Delhi) से अपनी यात्रा शुरू कर कन्याकुमारी (Kanyakumari) तक जाते हैं, तो वे विभिन्न शहरों का भ्रमण करते हुए पुनः नई दिल्ली पर ही अपनी यात्रा को खत्म कर सकते हैं. यह टिकट सभी श्रेणियों (all classes) में उपलब्ध है. जिससे यात्रियों को अपनी पसंद की श्रेणी में यात्रा करने का विकल्प मिलता है.
सर्कुलर टिकट की वैलिडिटी और आवेदन प्रक्रिया
सर्कुलर जर्नी टिकट की वैलिडिटी 56 दिनों की होती है. जिससे यात्री इस अवधि में अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं. टिकट प्राप्त करने के लिए यात्री को पहले अपने यात्रा मार्ग (travel route) की योजना बनाकर रेलवे अधिकारियों को सूचित करना होता है. इसके बाद विशेष आवेदन पत्र (special application form) भरकर और आवश्यक दस्तावेजों के साथ रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर जमा करना होता है.
आर्थिक लाभ और समय की बचत
सर्कुलर जर्नी टिकट पर लागू होने वाली टेलिस्कोपिक दरें (telescopic rates) नियमित प्वाइंट-टू-प्वाइंट किराये से कम होती हैं. जिससे यात्री को काफी आर्थिक लाभ होता है. इसके अलावा यह टिकट यात्रा की योजना बनाने में भी सहायता करता है. क्योंकि यात्री को बार-बार टिकट खरीदने की चिंता से मुक्ति मिलती है, जिससे समय की बचत होती है.