जाने कब ड्रिंक करने वालों के शरीर को होता है ज्यादा नुकसान

By Vikash Beniwal

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SIDE EFFECTS OF LIQUOR (1)

Alcohol Side Effects: हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में जो ‘द जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन’ – JAMA में प्रकाशित हुआ है. बुजुर्ग व्यक्तियों में शराब के सेवन से जुड़े जोखिमों (alcohol consumption risks) पर गहन प्रकाश डाला गया है. इस अध्ययन में यूके बायोबैंक से 64 वर्ष की औसत आयु वाले 135,000 लोगों के स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण किया गया है. इस विश्लेषण से पता चला है कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में प्रतिदिन शराब का सेवन उनके जीवन काल को कम कर सकता है और समय से पहले मृत्यु के जोखिम (premature death risk) को काफी बढ़ा देता है.

मध्यम पीने की आदत और इसके जोखिम (Moderate Drinking Habits and Their Risks)

लंबे समय से यह धारणा रही है कि दिन में एक-दो पैग पीने से कोई खास स्वास्थ्य जोखिम नहीं होता है. लेकिन इस नए अध्ययन से मिले निष्कर्ष बताते हैं कि मध्यम शराब का सेवन भी कई गंभीर स्वास्थ्य परिणाम (serious health outcomes) ला सकता है. शोध यह दर्शाता है कि जो लोग प्रतिदिन तीन या उससे अधिक ड्रिंक पीते हैं. उनमें कभी-कभी पीने वालों की तुलना में समय से पहले मृत्यु का जोखिम 33% अधिक होता है. इसके अतिरिक्त कैंसर से मरने का जोखिम इस समूह में 39% और हृदय संबंधित समस्याओं (cardiovascular issues) से मृत्यु का जोखिम 21% अधिक पाया गया है.

कम शराब के सेवन के भी जोखिम (Risks of Even Low Alcohol Consumption)

यहां तक कि जो लोग प्रतिदिन एक ड्रिंक से भी कम पीते हैं, वे भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं. अध्ययन से पता चलता है कि इस समूह में कैंसर से संबंधित मौतों का जोखिम 11% अधिक होता है. ये सबूत उस धारणा को चुनौती देते हैं कि मध्यम मात्रा में शराब पीना सुरक्षित है. इसके विपरीत ये परिणाम यह सुझाव देते हैं कि किसी भी मात्रा में शराब का सेवन स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव (harmful health effects) डाल सकता है.

शराब पीने की आदतों का पुनर्मूल्यांकन का महत्व (Importance of Reevaluating Drinking Habits)

शोधकर्ता इस बात पर जोर देते हैं कि वृद्ध व्यक्तियों को अपनी शराब पीने की आदतों का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है. विशेष रूप से जब उम्र बढ़ने के साथ मृत्यु दर और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं (health complications) की संभावना अधिक स्पष्ट हो जाती है. यह पुनर्मूल्यांकन न केवल उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. बल्कि उन्हें अधिक स्वस्थ और लंबा जीवन जीने का अवसर भी प्रदान कर सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.