RTO Rules For Tractor: ज्यादातर किसान अपने ट्रैक्टर का इस्तेमाल मुख्य रूप से खेती-बाड़ी के लिए करते हैं. खेतों में बीज बोने से लेकर फसल काटने तक ट्रैक्टर किसान का सबसे भरोसेमंद साथी होता है. यह उपकरण न केवल समय बचाता है. बल्कि खेती के कामों को अधिक कुशलता से संपन्न करने में मदद करता है.
ट्रैफिक नियमों का अनजाने में उल्लंघन
हालांकि कुछ किसान अनजाने में ट्रैक्टर से कुछ ऐसे काम (unintentional activities) करते हैं जिनसे ट्रैफिक नियमों (traffic rules) का उल्लंघन होता है. इसमें सड़कों पर अत्यधिक धीमी गति से चलना या गैर-अनुमति वाले मार्गों पर ट्रैक्टर चलाना शामिल हो सकता है. जिससे अन्य वाहन चालकों के लिए असुविधा और खतरे पैदा होते हैं.
परिवहन विभाग की नियमावली
परिवहन विभाग (transport department) के अनुसार अधिकांश ट्रैक्टर खेती से जुड़े कामों के लिए ही रजिस्टर्ड (registered) होते हैं. यह नियम सुनिश्चित करता है कि ट्रैक्टरों का उपयोग उनके निर्धारित उद्देश्य के अनुरूप ही हो.
खेती के लिए निर्धारित ट्रैक्टरों का गलत उपयोग
अगर खेती के लिए रजिस्टर्ड ट्रैक्टर-ट्रॉली (commercial activities) का उपयोग व्यावसायिक कामों के लिए किया जाता है तो इस पर कार्रवाई हो सकती है. यह उपयोग अवैध माना जाता है और परिवहन विभाग द्वारा इसकी जांच की जा सकती है.
वित्तीय दंड और जुर्माने
ऐसे मामले में किसान को एक लाख रुपए (heavy fines) तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है. यह दंड उन किसानों के लिए एक बड़ी राशि है जो आमतौर पर अपनी आय का बड़ा हिस्सा खेती में लगाते हैं.
ओवरलोडिंग की समस्या
इसके अलावा किसान अगर ट्रॉली पर ओवरलोडिंग (overloading) करते हैं तो भी उन्हें जुर्माना भरना पड़ सकता है. ओवरलोडिंग से न केवल सड़कों पर खतरा बढ़ता है बल्कि यह वाहनों के लिए भी हानिकारक होता है.
सवारियों का अवैध परिवहन
वहीं, अगर किसान ट्रैक्टर ट्राली से सवारियां (passengers transport) ढोता है तो इस पर भी कार्रवाई हो सकती है. परिवहन विभाग द्वारा इस तरह के उपयोग पर सख्ती से नियंत्रण रखा जाता है.
मोडिफिकेशन पर भी प्रतिबंध
अगर आप ट्रैक्टर में कोई बड़ा मोडिफिकेशन (modifications) कराते हैं तो इस पर भी 1 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है. यह कार्रवाई ट्रैक्टर की मूल कार्यक्षमता और सुरक्षा संबंधी विशेषताओं को बनाए रखने के लिए की जाती है.