UP News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है. जिसने आधार कार्ड (Aadhaar Card) और नाम बदलकर विवाह करने का षडयंत्र रचा. इस खबर ने समाज में एक बड़ी बहस को जन्म दिया है. जहां विवाह जैसे पवित्र बंधन को धोखाधड़ी का माध्यम बनाया गया है.
अनोखी बहरूपिया की कारगुजारी (Impersonation and Fraud)
मेरठ जिले के जानसठ थाना क्षेत्र के निवासी अंकित कुमार ने एक साल पहले ज्योति नाम की महिला से विवाह किया था. तीन महीने बाद ज्योति बड़ी मात्रा में नकदी और सोने-चांदी के जेवरात (gold and silver jewelry) लेकर फरार हो गई. यह पता चलने पर कि ज्योति ने इससे पहले भी लगभग सात अन्य लोगों के साथ यही धोखाधड़ी की है. अंकित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
जटिल गिरोह का खुलासा (Criminal Network Uncovered)
पुलिस की जांच से पता चला कि ज्योति के इस धोखाधड़ी के नेटवर्क में अमरीश और मांगेराम जैसे व्यक्ति भी शामिल थे. जो ज्योति का नाम और धर्म बदलकर शादी करवाने का काम करते थे. यह गिरोह न केवल ज्योति की मदद से लोगों को ठगता था. बल्कि उनसे बरामद होने वाले पैसे और जेवरात को आपस में बांट भी लेते थे. अमरीश को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस की सजगता से बड़ी कामयाबी (Police Efficiency Leads to Arrest)
ज्योति को अंततः मुखबिर की सूचना पर कवाल गांव के निकट एक पुल से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके पास से 1700 रुपये नकदी, मंगलसूत्र, अंगूठी और चांदी की पाजेब बरामद की. उसे तत्काल मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
समाज में बढ़ती चिंता (Growing Concern in Society)
इस तरह की घटनाएं समाज में विश्वास की कमी को दर्शाती हैं. जहां विवाह जैसे संस्थान को धोखे का जरिया बना दिया जाता है. वहीं यह भी जरूरी है कि लोग अपने जीवनसाथी का चुनाव करते समय सजग रहें और पूरी जानकारी पर आधारित निर्णय लें.