Traffic Challan: दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है. नई घोषणा के अनुसार शहर के 100 पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र (PUC) की जांच के लिए विशेष कैमरे और सॉफ्टवेयर स्थापित किए जाएंगे. इस उपाय से पेट्रोल पंपों पर ईंधन भराने आने वाले वाहनों की सघन जांच सुनिश्चित हो सकेगी.
नवगति टेक को जिम्मेदारी
निजी कंपनी नवगति टेक को इस परियोजना के लिए चुना गया है. कंपनी को यह दायित्व सौंपा गया है कि वह 15 दिनों के भीतर कम से कम 25 पेट्रोल पंपों पर यह सिस्टम स्थापित कर दे. यह प्रणाली जल्द ही शहर के अन्य पेट्रोल पंपों पर भी लागू की जाएगी.
वाहन मालिकों पर जुर्माने का प्रावधान
इस नई प्रणाली के तहत जिन वाहनों में वैध प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र नहीं होगा. उन्हें पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच करवाने के लिए कुछ घंटों की मोहलत दी जाएगी. यदि इस अवधि में भी पीयूसी नहीं बनवाया गया तो स्वत: 10,000 रुपये का ई-चालान कट जाएगा और वाहन मालिक को इसकी सूचना मोबाइल पर भेज दी जाएगी.
योजना का भविष्य और विस्तार
दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीटीआईडीसी) की इस योजना के तहत फिलहाल 100 पेट्रोल पंपों पर यह व्यवस्था शुरू की गई है. जिसे आगे चलकर 400 पेट्रोल पंपों तक विस्तारित किया जाएगा. इस पहल से दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी और साथ ही वाहन मालिकों में वैधानिक प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.