हाल ही में गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड की एक टीम बिहार पहुंची है। यह टीम विशेष रूप से बिहार में स्थापित की जा रही स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन तकनीक का अध्ययन करने और इसकी व्यावहारिक कठिनाइयों के समाधान की जानकारी प्राप्त करने के लिए आई है।
बिहार मॉडल की सीख
बिहार में स्मार्ट मीटरिंग की सफलता ने अन्य राज्यों की रुचि जगाई है। गुजरात के प्रबंध निदेशक तेजस परमार ने इस अध्ययन यात्रा के लिए विशेष रूप से पत्राचार किया था। गुजरात की यह टीम विद्युत भवन में बिहार की बिजली कंपनी के अधिकारियों से मिली और विस्तृत चर्चा की।
तकनीकी समझ और व्यवहारिक अनुभव
टीम ने बिहार में स्मार्ट मीटरिंग ऑपरेशन सेंटर का भी दौरा किया और वहां की तकनीकी विशेषताओं को गहराई से समझने का प्रयास किया। इसके अलावा वे बिहारशरीफ सर्किल के राजगीर डिवीजन में जाकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं से मिले और उनके अनुभवों को जाना।
बिहार के स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन की प्रगति
बिहार में अब तक कुल 43 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो कि इस प्रदेश की ऊर्जा प्रबंधन में एक क्रांतिकारी कदम है। इस उपलब्धि के चलते ही अन्य राज्यों की टीमें भी बिहार आकर इस तकनीक को समझने और अपने यहां लागू करने की कोशिश में हैं।
गुजरात के बाद केरल की टीम का अध्ययन
गुजरात के बाद, केरल की एक टीम ने भी बिहार का दौरा किया और स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन की तकनीक को बारीकी से समझा। इस दौरान टीम ने विभिन्न स्थानों पर जाकर मीटर इंस्टालेशन की व्यावहारिक चुनौतियों और उनके समाधान के बारे में जाना।