भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हैचबैक सेगमेंट हमेशा से लोकप्रिय रहा है, क्योंकि ये कारें न केवल बजट-फ्रेंडली होती हैं बल्कि शहरी यातायात के लिए काफी सुविधाजनक भी होती हैं. हालांकि हाल के वर्षों में इस सेगमेंट की बिक्री में निरंतर गिरावट देखी गई है. 2024 की पहली छमाही में भारतीय कार बाजार का 52 प्रतिशत हिस्सा एसयूवी सेगमेंट ने ले लिया है. जबकि हैचबैक कारों की बिक्री में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
एसयूवी के बढ़ते आकर्षण का कारण
एसयूवी कारें उनकी बड़ा साइज, बैठने के लिए बढ़िया स्पेस और बेहतर डिजाइन के कारण ग्राहकों के बीच अधिक लोकप्रिय हो रही हैं. इसके अलावा एसयूवी कारें अधिक पॉवर फूल और ऑफ-रोड क्षमता प्रदान करती हैं, जो इसे भारतीय ग्राहकों के लिए और भी आकर्षक बनाती है. यह ट्रेंड विशेष रूप से युवा खरीदारों के बीच देखा गया है, जो अधिक स्पेस और वर्सेटिलिटी की तलाश में हैं.
मारुति सुजुकी वैगनआर
2024 की पहली छमाही में मारुति सुजुकी वैगनआर ने 99,668 यूनिट्स की बिक्री के साथ टॉप पोजीशन बरकरार रखी है. हालांकि इसकी बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में 9 प्रतिशत की गिरावट आई है. यह गिरावट हैचबैक सेगमेंट में व्यापक रूप से देखी गई है. जिसका प्रमुख कारण एसयूवी की बढ़ती मांग है.
अन्य हैचबैक्स की प्रदर्शनी
इसी अवधि में मारुति सुजुकी बलेनो और स्विफ्ट ने क्रमशः 94,521 और 84,172 यूनिट्स की बिक्री की, जबकि पिछले वर्ष की तुलना में इनमें भी क्रमशः 6 प्रतिशत और 19 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. अन्य प्रमुख हैचबैक्स जैसे कि हुंडई i20 और टाटा अल्ट्रोज़ ने भी बिक्री में गिरावट का सामना किया है.
मार्केट ट्रेंड्स और भविष्य की संभावनाएं
हैचबैक सेगमेंट की बिक्री में गिरावट निश्चित रूप से चिंताजनक है. लेकिन यह भी दर्शाता है कि बाजार डायनामिक है और ग्राहकों की पसंद में लगातार परिवर्तन हो रहा है. ऑटोमोबाइल निर्माताओं को इस ट्रेंड के अनुरूप अपने उत्पादन और मार्केटिंग स्ट्रैटेजी में नवीनीकरण करने की आवश्यकता है. भविष्य में हैचबैक सेगमेंट में नई तकनीकी और ग्राहकों की बदलती जरूरतों को समझने के प्रयासों से इस सेगमेंट को फिर से सशक्त बनाया जा सकता है.