मशरूम निदेशालय सोलन ने वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा चिकन के स्वाद और पोषण से भरपूर एक अनोखे प्रकार के मशरूम की खोज की है. यह जंगली मशरूम की प्रजाति एटिपोरस सल्फ्यूरस जिसे ‘चिकन ऑफ वुड्स’ कहा जाता है. अब तक केवल जंगलों में ही पाई जाती थी. इस खोज ने न केवल मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ा है. बल्कि यह औषधीय महत्व के लिहाज से भी काफी अच्छा है.
चिकन के स्वाद का विज्ञान
मशरूम निदेशालय के वैज्ञानिकों ने इस मशरूम की खेती करने में सफलता प्राप्त की है जो कि चिकन के स्वाद से मिलता-जुलता है. इस मशरूम में चिकन के समान पोषक तत्वों की मात्रा पाई गई है. जिसमें उच्च स्तरीय प्रोटीन, विटामिन और खनिज लवण शामिल हैं. इसके अलावा इसमें अन्य जैविक सक्रिय तत्व भी पाए गए हैं जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं.
औषधीय महत्व
इस मशरूम में पाए गए विशेष तत्व जैसे कि पॉलिसेकेराइड्स और एबुरीकोरिक एसिड, यह दर्शाते हैं कि यह ट्यूमर और विभिन्न प्रकार की सूजनों के इलाज में सहायक हो सकते हैं. इसमें मौजूद पॉलिसेकेराइड ट्यूमर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं. जबकि एबुरीकोरिक एसिड सूजन को कम करने की क्षमता रखता है.
पोषण संबंधी लाभ
‘चिकन ऑफ वुड्स’ मशरूम में उच्च स्तर के पोषण तत्व होने के कारण इसे सुपरफूड के रूप में भी माना जा सकता है. इसमें कैल्शियम, मैगनीशियम, विटामिन बी-12, और विटामिन डी की उचित मात्रा होती है जो कि हड्डियों को मजबूत बनाने, तंत्रिका कार्यों को सुधारने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में सहायक हैं.
अगले चरण की शोध
इस मशरूम के औषधीय और पोषण संबंधी लाभों को और अधिक समझने के लिए वैज्ञानिक अब इस पर आगे की शोध कर रहे हैं. शोध में यह पता लगाना है कि कैसे इस मशरूम को व्यावसायिक रूप से उत्पादित किया जा सकता है और इसके लाभों को और अधिक व्यापक रूप से कैसे उपलब्ध कराया जा सकता है.