Success Story: पिता करते थे कपड़े सिलाई का काम तो बेटा बना एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर, सक्सेस स्टोरी सुनकर तो आप भी करेंगे वाहवाही

By Vikash Beniwal

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बीते शनिवार को तेलंगाना की भारतीय वायुसेना एकेडमी, डुंडीगल में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया जहां 234 फ्लाइट कैडेट्स ने अपने पासिंग आउट मार्च पास्ट में हिस्सा लिया। इस दिन नवनियुक्त फ्लाइट ऑफिसर्स ने अपनी वर्दी और बैजेज के साथ उच्च सम्मान का प्रतीक स्थापित किया।

पुलकित रात्रा की प्रेरणादायक यात्रा

जम्मू-कश्मीर से आए पुलकित रात्रा उन फ्लाइट कैडेट्स में से एक थे, जिन्होंने इस दिन अपने सपने को साकार किया। एक सामान्य परिवार से आने के बावजूद पुलकित ने अपनी मेहनत और समर्पण से भारतीय वायुसेना में अपनी जगह बनाई। उनके पिता ने उनके सपनों को सच करने के लिए हर संभव मदद की। पुलकित की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार को गर्वित किया, बल्कि उनके समुदाय के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बना।

कमीशनिंग सेरेमनी का आयोजन

कमीशनिंग सेरेमनी में एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने उपस्थित होकर नवनियुक्त ऑफिसर्स को रैंक और विंग्स प्रदान किए। इस अवसर पर, फ्लाइंग ऑफिसर हैप्पी सिंह और फ्लाइंग ऑफिसर तौफीक रजा को उनकी श्रेष्ठता के लिए विशेष सम्मान प्रदान किया गया, जिन्होंने क्रमशः पायलट कोर्स और ग्राउंड ड्यूटी ऑफिसर्स कोर्स में प्रथम स्थान हासिल किया।

पुलकित का चयन और उपलब्धियां

पुलकित रात्रा का चयन वायुसेना के लिए एनसीसी स्पेशल एंट्री से हुआ था। इसके लिए उन्होंने न केवल ग्रेजुएशन पूरी की बल्कि एनसीसी सी सर्टिफिकेट भी हासिल किया। उनकी यह उपलब्धि उनकी दृढ़ता और निरंतर परिश्रम का परिणाम है।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.