UP Ka Mausam: उत्तर प्रदेश में अक्टूबर के महीने ने अपनी अलग-अलग रूपों में जलवा बिखेरा. महीने की शुरुआत में हल्की ठंडक (mild cold weather) ने लोगों को सुखद अहसास दिलाया. वहीं महीने के अंत तक तापमान में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई. जिसे अप्रैल जैसी गर्मी कहा जा सकता है. इस तरह के मौसमी बदलाव से लोगों को तैयारियों में समन्वय बनाने में चुनौतियाँ आईं.
नवंबर में तापमान में और गिरावट की संभावना
आईएमडी (Indian Meteorological Department) की ताजा भविष्यवाणी के अनुसार नवंबर के शुरुआती दिनों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान में और कमी (drop in temperature) आने की संभावना है. अनुमान है कि न्यूनतम तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जो कि नवंबर महीने की 10 तारीख के बाद और भी गिर सकता है. इस तरह के मौसम में विशेषकर रात्रि और सुबह के समय और अधिक सर्दी का अनुभव हो सकता है.
एयर क्वालिटी का गिरता स्तर
उत्तर प्रदेश में खासकर नोएडा और गाजियाबाद में, AQI का स्तर बढ़कर ‘खतरनाक’ (hazardous AQI level) श्रेणी में पहुँच गया है. नोएडा में AQI 281 और गाजियाबाद में 333 दर्ज किया गया. जिससे वायु प्रदूषण (air pollution) के जोखिमों में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा लखनऊ के औद्योगिक क्षेत्र में 337 AQI का स्तर देखा गया, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिमों का संकेत है.
उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में तापमान
प्रयागराज उत्तर प्रदेश का सबसे गर्म जिला (hottest district) रहा है. जहां अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचा. मुजफ्फरनगर में सबसे कम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि मेरठ और बरेली जैसे जिलों में भी तापमान में उतार-चढ़ाव (temperature fluctuations) देखने को मिला.