Smart Meter: वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कार्यालय में जिनस कंपनी द्वारा एक केंद्र (center establishment) खोला गया है जहां से गोरखपुर और बस्ती के स्मार्ट मीटरों की निगरानी की जाएगी. इस योजना का उद्देश्य बिजली की खपत पर नियंत्रण रखना और चोरी को रोकना है.
तकनीकी विकास और सर्वर रूम की स्थापना
इस प्रक्रिया के तहत एक सर्वर रूम (server room) का निर्माण किया जा रहा है और एक विशेष एप भी विकसित किया जा रहा है. इस एप के माध्यम से उपभोक्ता और अधिकारी आपस में जुड़े रहेंगे और उपभोक्ता अपनी बिजली खपत की जानकारी आसानी से देख सकेंगे. इसकी निगरानी उक्त केंद्र से की जाएगी.
पूर्वांचल में स्मार्ट मीटर की योजना
वाराणसी आजमगढ़ प्रयागराज और मीरजापुर सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में लगभग 5,100 करोड़ रुपये की लागत से 50 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर (smart meter installation) लगाए जाने की योजना है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिजली चोरी को रोकना और उपभोक्ता व्यवहार को बेहतर बनाना है.
प्री-पेड स्मार्ट मीटर की विशेषताएं
नए स्मार्ट मीटरों को बाद में प्री-पेड मीटर (pre-paid meters) में बदला जाएगा जिसे मोबाइल फोन की तरह रिचार्ज करना पड़ेगा. रुपये खत्म होते ही बिजली अपने आप कट जाएगी जिससे उपभोक्ता अपनी बिजली खपत पर अधिक नियंत्रण रख सकेंगे.
गोरखपुर और बस्ती में स्मार्ट मीटर का प्रभाव
पूर्वांचल डिस्काम के अधीन 21 जिले आते हैं और इसमें गोरखपुर और बस्ती भी शामिल हैं. इन जिलों में जिनस कंपनी द्वारा स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं जिससे इन क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की उम्मीद है.