मेघालय स्कूल शिक्षा बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसके अनुसार अगले साल से कक्षा 10 की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अधिक लचीलापन प्रदान करना और उन्हें बेहतर सहायता देना है।
परीक्षाओं का दोहरा आयोजन
राज्य के शिक्षा मंत्री रक्कम ए संगमा ने बताया कि यह नई व्यवस्था 2025 से प्रभावी होगी। इसके तहत अगर कोई छात्र पहली बार में परीक्षा में असफल रहता है, तो उसे दूसरे मौके के रूप में उसी वर्ष मई में फिर से परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। इस पहल को लागू करने का मुख्य कारण छात्रों को वर्ष बर्बाद होने से बचाना और उन्हें अधिक सहायता प्रदान करना है।
शिक्षा मंत्री की भूमिका और योजना
शिक्षा मंत्री संगमा ने यह भी जानकारी दी कि यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप है। जिसे अधिक प्रभावी और छात्र केंद्रित बनाने के लिए लाया गया है। यह नीति छात्रों को उनकी शिक्षा में अधिक सक्रिय और लचीला बनाने के लिए डिजाइन की गई है। ताकि वे अपनी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की असुविधा या बाधा का सामना कर सकें।
नए विनियमन और उनके प्रभाव
इसके अलावा मेघालय सरकार ने कुछ और शैक्षणिक विनियमनों में संशोधन किया है जैसे कि मेघालय पब्लिक स्कूल सेवा नियम, जल संसाधन इंजीनियरिंग सेवा नियम और किसान सशक्तीकरण आयोग विधेयक। ये संशोधन राज्य में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम हैं। इन सभी नीतियों का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाना और छात्रों को एक उज्ज्वल और सुरक्षित भविष्य प्रदान करना है।